वशय वस्तु विषेशज्ञों द्वारा कृशकों/कृशि अधिकारियांे/कर्मचारियों/जनप्रतिनिधियेां के साथ समूह चर्चा व ग्रामों
का आधारभूत सर्वेक्षण करने के पश्चात कृशि से सम्बन्धित समस्याओं को चिन्ह्ति किया गया। चिन्ह्ति
आवष्यकताओं का अवलोकन कर प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं के निराकरण हेतु विभिन्न विशयों पर
प्रषिक्षण कार्यक्रम एवं प्रदर्षन आयोजित किए गए।
केन्द्र द्वारा वित्तिय वर्श 2015-16 में 2 प्रायोजित प्रषिक्षणों सहित कुल 49 प्रषिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गये
जिसके माध्यम से कुल 1137 कृशकों को प्रषिक्षित किया गया है। 33.32 है0 क्षेत्रफल में अंग्रिम पंक्ति प्रदर्षन,
06 अनुकरणीय परीक्षण, विषेशज्ञों द्वारा कृशकों के खेतों पर 96 भ्रमण कार्यक्रम, 32 प्रेस विज्ञप्ति इत्यादि
कार्यक्रमों का संचालन किया गया। उपरोक्त के अतिरिक्त केन्द्र द्वारा जनपद में उन्नत बीजों की भारी मांग को
देखते हुये अपने प्रक्षेत्र पर बीजोत्पादन कार्यक्रम चलाया जा रहा है तथा मुख्य फसलों के बीज व सब्जी पौधों
का उत्पादन व वितरण किया जा रहा है। बीज तथा सब्जी पौध उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न फसलों
का वर्श 2015-16 में कुल 35.15 कुन्टल बीज तथा 17690 सब्जी वर्गीय फसलों की पौध का उत्पादन कर
कृशकों को उपलब्ध कराया गया। ग्रामीण महिलाओं/बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार व आत्म निर्भर बनने की
प्रेरणा देने हेतु प्रक्षेत्र पर दुग्धषाला की स्थापना प्रदर्षन इकाई के रुप में की जा चुकी है, जिसमे इस वित्तीय
वर्श में 9,071 लीटर दुग्ध का उत्पादन हुआ है।
वित्तीय वर्श (2016-17) में कृशकों के खेतों पर विभिन्न फसलों की उत्पादन तकनीकी व उन्नत बीजों के प्रसार
से सम्बन्धित अग्रिम पंक्ति प्रदर्षनों का 53.1 हेक्टेयर क्षेत्रफल में प्रस्तावित था जिसमें खरीफ 2016 के अंतर्गत
कुल 28.82 हैक्टेयर, क्षेत्रफल में प्रदर्षन किया जा चुका है। रबी 2016-17 के अंतर्गत कुल 27.05 हैक्टेयर भूमि
पर अंग्रिम पंक्ति प्रदर्षन तथा 07 अनुकरणीय परीक्षण प्रस्तावित हैं।
वत्तीय वर्श (2017-18) में कृशकों के खेतों पर विभिन्न फसलों की उत्पादन तकनीकी व उन्नत बीजों के प्रसार
से सम्बन्धित अंग्रिम पंक्ति प्रदर्षनों का 59.10 हैक्टेयर क्षेत्रफल में प्रस्तावित है तथ्ज्ञा 09 अनुकरणीय परीक्षण
प्रस्तावित है।